IMD Rain Alert: पिछले दो दिनों से जारी सक्रिय मानसूनी गतिविधियों को देखते हुए भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने देश के कई हिस्सों के लिए अगले 48 घंटों (13 और 14 अगस्त 2025) का ताज़ा पूर्वानुमान जारी किया है। कई क्षेत्रों में भारी से अति भारी वर्षा, गरज-तड़क और तेज़ हवाओं की संभावना को देखते हुए अलग-अलग स्तर के अलर्ट लागू किए गए हैं।
राजधानी दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार सुबह हुई मूसलाधार बारिश के बाद येलो अलर्ट प्रभावी है। इससे कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी और यातायात पर असर पड़ा। वहीं तेलंगाना, खासकर हैदराबाद व आसपास के जिलों में अगले 72 घंटों तक भारी से बहुत भारी वर्षा और बिजली कड़कने के साथ तेज़ बारिश का अनुमान है, जिसके चलते ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यहां निचले इलाकों में फ्लैश फ्लड की आशंका भी जताई गई है।
आंध्र प्रदेश में बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव क्षेत्र बनने की संभावना के चलते 13 और 14 अगस्त को कई जिलों में मूसलाधार से अति मूसलाधार वर्षा हो सकती है। इस दौरान कुछ क्षेत्रों में 100 मिमी से अधिक बारिश भी दर्ज की जा सकती है।
पश्चिमी भारत में होगी बारिश
गुजरात के सौराष्ट्र और मध्य गुजरात क्षेत्रों में 16 से 18 अगस्त के बीच मानसून सक्रिय होने के संकेत हैं। इस अवधि में कई जिलों में व्यापक वर्षा संभावित है, हालांकि इसका असर 48 घंटे के बाद स्पष्ट रूप से दिखाई देगा। महाराष्ट्र के कोंकण और घाटी इलाकों में भी 15–18 अगस्त के बीच तेज़ बारिश का दौर देखने को मिल सकता है, जहां कुछ स्थानों पर येलो और ऑरेंज अलर्ट लागू रहेंगे।
मध्य प्रदेश के पश्चिम और दक्षिण-पश्चिमी हिस्सों में बारिश का असमान वितरण रहेगा। भोपाल, इंदौर और जबलपुर जैसे शहरों में हल्की से मध्यम वर्षा (करीब 15 मिमी) होने का अनुमान है, जबकि बैलगढ़, मंडला और डिंडोरी जैसे जिलों में एक ही दिन में 64–115 मिमी तक वर्षा संभव है।
पूर्वी भारत में, पश्चिम बंगाल में बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी और निम्न दबाव प्रणाली अगले 48 घंटों में पहुंचकर कोलकाता व आसपास के जिलों में भारी से अति भारी वर्षा के हालात पैदा कर सकती है। यहां येलो अलर्ट लागू है और गरज-तड़ित गतिविधियां भी संभावित हैं।
सावधानी और सुरक्षा उपाय
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दो दिनों में कई राज्यों में तेज़ बारिश, बिजली गिरने और तेज़ हवाओं के चलते जनजीवन प्रभावित हो सकता है। निचले और जलभराव वाले इलाकों से दूर रहें तथा अचानक बाढ़ की स्थिति में सुरक्षित स्थानों पर शरण लें। बारिश के दौरान खुले मैदान, ऊंचे पेड़ या बिजली के खंभों के पास खड़े होने से बचें।
यात्रा के दौरान पानी भरी सड़कों पर सावधानी से वाहन चलाएं और यदि आवश्यक न हो तो घर से बाहर निकलने से परहेज करें। तटीय इलाकों के मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक समुद्र में न जाने की सख्त सलाह दी गई है, क्योंकि ऊंची लहरें और तेज़ हवाएं खतरा बढ़ा सकती हैं।
ताज़ा मौसम अपडेट और अलर्ट के लिए IMD की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर नज़र रखें तथा स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें, ताकि किसी भी संभावित नुकसान या जोखिम से बचा जा सके।